इस यूनिवर्सिटी को हुकूमत उ0प्र0 ने सरकारी गज़ट में जारी नोटिफिकेशन बतारीख 28 फरवरी 2009 के तहत उ0प्र0 उर्दू, अरबी्फ़ारसी यूनिवर्सिटी के नाम से क़ायम करने का फै़सला किया। बतारीख 5 मार्च 2010 को जारी की गई सरकारी गज़ट नोटिफिकेशन के तहत उ0प्र0 प्रदेश यूनिवर्सिटीज़ एक्ट 1973 में तरमीम करके इस यूनिवर्सिटी का नाम रियासती यूनिवर्सिटियो की फहरिस्त में शामिल किया गया। बतारीख 4 अप्रैल 2011 के गज़ट नोटिफिकेशन के तहत यूनिवर्सिटी का नाम मान्यवर श्री कांशीराम जी उर्दू, अरबी्फ़ारसी यूनिवर्सिटी रखा गया।
हुकूमत उ0प्र0 ने जनाब अनीस अंसारी, आई.ए.एस. (रिटायर्ड) साबिक़ एग्रिकल्चर प्रोडक्शन कमिशनर बतारीख 23 अप्रैल 2010 को अव्वलीन वाइस चांसलर की हैसियत से तक़र्रूरी दी। स्पेशल सिक्रेट्री आला तालीम को यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार इज़ाफ़ी काम दिया गया। इस वक़्त फाइनेंस आफीसर, डिप्टी रजिस्ट्रार, मुआविन रजिस्ट्रार और आफीसर आॅन स्पेशल ड्यूटी के ओहदों पर मुतअल्लिक़ा अफसरान काम कर रहे हैं।
यूनिवर्सिटी का कैम्पस सीतापुर-हरदोई रोड बाईपास पर इण्डियन इंस्टीट्यूट आॅफ मैनेजमेन्ट के कैम्पस के क़रीब वाके़ है। फिलहाल 30 एकड़ ज़मीन मुहय्या की गई है। बाईपास की जानिब तक़रीबन 32 एकड़ और दूसरी जानिब तक़रीबन 150 एकड़ ज़मीन हासिल करने की अलग से कार्रवाई की जा रही है। उ0प्र0 राजकीय निर्माण निगम तामीर का काम कर रहे हैं। पहले मरहले में 188 करोड़ रूपये का प्रोजेक्ट मन्जूर किया गया है जिसमें एकेडमिक ब्लाक, एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लाक, गेस्ट हाउस, तलबा व तालिबात के लिये हास्टल, लाइब्रेरी और तालिब इल्मों के लिये कैफेटेरिया, बैंक और पोस्ट आफिस जैसी ज़रूरी सहूलतों की तामीर का काम चल रहा है। हुकूमत उ0प्र0 ने अब तक 171 करोड़ रूपये की रक़म जारी कर दी है और 17 करोड़ रूपये की बकि़या रक़म पहली सप्लीमेन्ट्री में मिलने की तवक़्क़ो है। दूसरे और तीसरे मरहले में बकि़या इमारतों की तामीर की तजवीज़ैं हुकूमत उ0प्र0 को भेजी जा रही हैं।